रास्ते डूब गए कैसे स्कूल चले हम

बच्चों को साथ लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे पालक कांग्रेस दिया साथ

छिंदवाड़ा
समय पर पुलिया का निर्माण न होना स्कूल चले हम अभियान की राह में पानी फेर रहा है। शनिवार को कांग्रेस का साथ लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे पालकों ने जल संसाधन विभाग पर लापरवाही के आरोप लगए है। दरअसल मामला ऐसा है कि हालाहिं में हुई तेज बारिश की वजह से माचागौरा डेम लबालब हो गया है। डेम के भरे होने से हालात यह बन गए है कि पहले काराघाट और उसके बाद अब बोहनाखेरी पहुंचने तक जटलापुर मार्ग भी पानी में डूब गया है जिसकी वजह से काराघाट देवर्धा लोगों के सामने समस्या बन गई है। इसी के चलते पिछले तीन दिनों से बच्चें भी स्कूल नहीं जा पा रहे है। बच्चों के पालकों का कहना था कि इस मामले में जल संसाधन विभाग लापरवाह बना हुआ है। लगातार शिकायतों और मांग के बाद भी नए पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराया जा सका है। जिसका भुगतान स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। कांग्रेस ब्लाक संयोजक अमित सक्सेना का कहना था कि डेम में जरूरत के मुताबिक पानी रखा बाकी नहरों के माध्यम छोड दिया जाए ताकि ग्रामीण स्कूली बच्चों का भविष्य खराब न हो सके।

पढऩा चाहते है हम
अपने पालकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे स्कूली बच्चों का कहना था कि क्या हम कभी स्कूल नहीं जा सकेगे हम भी पढ़ लिख कर अफसर बनना चाहते है। लेकिन स्कूल के रास्ते में इतना पानी भरा है कि उनका स्कूल तक पहुंचना संभव नहीं है।

मुआवजा मिलता तो छोड देते गांव
ग्रामीणों का कहना है कि पेच परियोजना के तहत देवर्धा काराघाट के कुछ ग्रामीण ऐसे है जिन्हें डूब में जाने पर जमीन का तो मुआवजा मिला है लेकिन शासन ने उन्हें ग्राम में बने मकानों का मुआवाजा नहीं दिया है। यदि मुआवजा मिल जाता तो वह ग्राम

सक्सेना ने लगाए आरोप
ब्लाक कांग्रेस कमेटी संयोजक अमित सक्सेना ने आरोप लगाए है कि प्रशासन डूबक्षेत्र के ग्रामीणों को लेकर गंभीर नहीं है। उनका कहना है कि जो नहरे बनी है वह इतनी घटिया है कि उनका पानी किसानों के खेतों को डुबा रहा है। वहीं अन्य मामलों में भी किसानों की अनदेखी की जा  रही है।

इनका कहना है
स्कूली बच्चों की समस्या को देखते हुए रविवार को माचागोर डेम के गेट से पानी छोड़ा जाएगा। इसके लिए जलसंसाधन विभाग को आदेश दिया गया है।
- जेके जेन, कलेक्टर छिंदवाड़ा

Source : ब्यूरो

9 + 8 =

Name: धीरज मिश्रा (संपादक)

M.No.: +91-96448-06360

Email: [email protected]